भेडि़या और मेमना

भेडि़या और मेमना

एक मेमना था। एक दिन वह झरने पर पानी पीने गया। वह पानी पी रहा था कि उसी समय एक भेडि़या भी वहाँ पानी पीने के लिए आया। मेमने को देखकर भेडि़ए ने सोचा, इस नन्हे मेमने का मांस निश्चित रुप से बहुत मुलायम और स्वादिष्ट होगा। मुझे अपने आहार के लिए इसका शिकार करना चाहिए।

भेडि़या मेमने के पास गया और कहने लगा, तुम मेरे पीने का पानी गंदा कर रहे हो,
मेमने ने कहा, यह कैसे हो सकता है? पानी तो आपकी तरफ से बहकर मेरी तरफ आ रहा है।
भेडि़ए ने कहा, मुझसे बहस मत करो। तुम शायद वही उजड्ड प्राणी हो, जिसने पिछले महीने मुझे गाली दी थी।
मैं तो पिछले महीने पैदा भी नहीं हुआ था। मेमने ने आश्चर्य से उसकी ओर देखते हुए कहा।
तो फिर पिछले महीने तेरी माँ ने मुझे गाली दी होगी, कहते हुए भेडि़या बेचारे मेमने पर टूट पड़ा और उसे मार ड़ाला।

शिक्षा -खतरनाक लौगों की छाया से भी दूर रहना चाहिए।