भाग्य से बढ़कर पुरूषार्थ है

भाग्य से बढ़कर पुरूषार्थ है

भाग्य से बढ़कर पुरूषार्थ है राजा विक्रमादित्य के पास सामुद्रिक लक्षण जानने वाला एक ज्योतिषी पहुँचा। विक्रमादित्य का हाथ देखकर …

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