अनुपमा – 9
कुछ समय बाद परिवार के सभी लोग घर मे बने मंदिर मे सुबह की आरती के लिए इकट्ठा हो …
कुछ समय बाद परिवार के सभी लोग घर मे बने मंदिर मे सुबह की आरती के लिए इकट्ठा हो …
अगली सुबह अलार्म मे घनघनाने की आवाज से राघव की नींद खुली और वो उठ कर बैठा, पूरी आंखे खोलने …
“मुझे तुम्हारे और अनुपमा के रिश्ते के बारे मे तुमसे कुछ बात करनी है” शिवशंकर जी ने राघव से सीधे …
अनुपमा और शेखर ऑफिस से घर लौट आए थे। शाम को अनुपमा किचन मे सब्जियां काट रही थी लेकिन …
“क्या हो रहा है वहा” पीछे से एक डीप डोमीनेट करने वाली आवाज आई, उस आवाज मे एक जोशीलापन …
अनुपमा के पास घरवालों के सवाल का कोई जवाब नही था, वो सब के चेहरे देखते हुए खामोश रही …
सुबह सुबह खिड़की से कमरे मे आती सूरज की रोशनी बेड पर सोई उस खूबसूरत लड़की की नींद मे …
‘जैसे ही उसने उस धीमी रोशनी वाले कमरे मे कदम रखा उसे अपने ऊपर किसी की आखे जमी हुई महसूस …
इस वक़्त सुबह के लगभग 9 बज रहे थे, देशपांडे वाडे मे सभी लोग इस वक़्त एक एक करके नाश्ते …