त्रिशिरा, अतिकाय आदि का वध
त्रिशिरा, अतिकाय आदि का वध युद्ध में चार पराक्रमी पुत्रों और दो भाइयों के मारे जाने का समाचार सुनकर रावण ...
Read moreकुम्भकर्ण वध
कुम्भकर्ण वध लंकेश रावण के आज्ञानुसार उसके चार पुत्र त्रिशिरा, अतिकाय, देवान्तक तथा नरान्तक अपने दो चाचाओं महोदर एवं महापार्श्व ...
Read moreरावण कुम्भकर्ण संवाद
रावण कुम्भकर्ण संवाद शोकमग्न रावण को धैर्य बँधाकर कुम्भकर्ण युद्धभूमि में पहुँचा। स्वर्ण कवच से सुसज्जित कुम्भकर्ण ने हाथों में ...
Read moreप्रहस्त का वध
प्रहस्त का वध अग्निपुत्र नील के हाथों प्रहस्त के वध का समाचार सुनते ही रावण क्रोध से तमतमा उठा; किन्तु ...
Read moreअकम्पन का वध
अकम्पन का वध रावण अकम्पन को अदम्य समझता था इसलिये उसकी मृत्यु से रावण को भारी आघात पहुँचा। वह गहन ...
Read moreधूम्राक्ष और वज्रदंष्ट्र का वध
धूम्राक्ष और वज्रदंष्ट्र का वध वालिपुत्र अंगद के हाथ से वज्रदंष्ट्र के वध का समाचार सुनकर रावण ने सेनापति अकम्पन ...
Read moreराम लक्ष्मण बन्धन में
राम लक्ष्मण बन्धन में जब हर्षोन्मत्त वानरों का तुमुलनाद सुन कर रावण को आश्चर्य हुआ और आशंका ने उसे आ ...
Read moreअंगद रावण दरबार में
अंगद रावण दरबार में इस प्रकार से युद्ध चल ही रहा था कि सूर्यदेव अस्त हो गये तथा प्राणों का ...
Read moreसीता के साथ छल
सीता के साथ छल जब रावण के गुप्तचरों ने बताया कि श्री रामचन्द्र जी की सेना सुवेल पर्वत पर आकर ...
Read moreसेतु बन्धन
सेतु बन्धन वानरसेना के समक्ष विशाल समुद्र लहरें मार रहा था और उसे पार करना एक बहुत बड़ी समस्या थी। ...
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