परोपकार की ईंट
परोपकार की ईंट बहुत समय पहले की बात है एक विख्यात ऋषि गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते ...
Read moreसबसे बड़ा गुरू
सबसे बड़ा गुरू गुरु द्रोणाचार्य, पाण्डवोँ और कौरवोँ के गुरु थे, उन्हेँ धनुर्विद्या का ज्ञान देते थे। एक दिन एकलव्य ...
Read moreराजा की तीन सीखें
राजा की तीन सीखें बहुत समय पहले की बात है, सुदूर दक्षिण में किसी प्रतापी राजा का राज्य था . ...
Read moreजो चाहोगे सो पाओगे !
जो चाहोगे सो पाओगे ! एक साधु था , वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करता था ,”जो ...
Read moreभिखारी का आत्मसम्मान
भिखारी का आत्मसम्मान एक भिखारी किसी स्टेशन पर पेँसिलोँ से भरा कटोरा लेकर बैठा हुआ था। एक युवा व्यवसायी उधर ...
Read moreतीन मछलियां
तीन मछलियां एक सरोवर मेँ तीन दिव्य मछलियाँ रहती थीँ। वहाँ की तमाम मछलियाँ उन तीनोँ के प्रति ही श्रध्दा ...
Read moreदिखावे का फल
दिखावे का फल मैनेजमेंट की शिक्षा प्राप्त एक युवा नौजवान की बहुत अच्छी नौकरी लग जाती है, उसे कंपनी की ...
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