परोपकार की ईंट

परोपकार की ईंट
परोपकार की ईंट बहुत समय पहले की बात है एक विख्यात ऋषि गुरुकुल में बालकों को शिक्षा प्रदान किया करते ...
Read more

सबसे बड़ा गुरू

सबसे बड़ा गुरू
सबसे बड़ा गुरू गुरु द्रोणाचार्य, पाण्डवोँ और कौरवोँ के गुरु थे, उन्हेँ धनुर्विद्या का ज्ञान देते थे। एक दिन एकलव्य ...
Read more

राजा की तीन सीखें

राजा की तीन सीखें
राजा की तीन सीखें बहुत समय पहले की बात है, सुदूर दक्षिण में किसी प्रतापी राजा का राज्य था . ...
Read more

मैले कपड़े

मैले कपड़े
मैले कपड़े जापान के ओसाका शहर के निकट किसी गाँवों में एक जेन मास्टर रहते थे। उनकी ख्याति पूरे देश ...
Read more

जो चाहोगे सो पाओगे !

जो चाहोगे सो पाओगे !
जो चाहोगे सो पाओगे ! एक साधु था , वह रोज घाट के किनारे बैठ कर चिल्लाया करता था ,”जो ...
Read more

भिखारी का आत्मसम्मान

भिखारी का आत्मसम्मान
भिखारी का आत्मसम्मान एक भिखारी किसी स्टेशन पर पेँसिलोँ से भरा कटोरा लेकर बैठा हुआ था। एक युवा व्यवसायी उधर ...
Read more

दांव-पेंच

दांव-पेंच
दांव-पेंच किसी गाँव में एक दिन कुश्ती स्पर्धा का आयोजन किया गया । हर साल की तरह इस साल भी ...
Read more

सच या झूठ

सच या झूठ
सच या झूठ एक नाविक तीन साल से एक ही जहाज पर काम कर रहा था।एक दिन नाविक रात मेँ ...
Read more

तीन मछलियां

तीन मछलियां
तीन मछलियां एक सरोवर मेँ तीन दिव्य मछलियाँ रहती थीँ। वहाँ की तमाम मछलियाँ उन तीनोँ के प्रति ही श्रध्दा ...
Read more

दिखावे का फल

दिखावे का फल
दिखावे का फल मैनेजमेंट की शिक्षा प्राप्त एक युवा नौजवान की बहुत अच्छी नौकरी लग जाती है, उसे कंपनी की ...
Read more