महाकाल की दृष्टि
महाकाल की दृष्टि देव-समाज के वृहद् महोत्सव का आयोजन हो रहा था। सभी देवता अपने-अपने वाहनों में आ रहे थे। ...
Read moreबुआजी की आंखें
बुआजी की आंखें प्रद्युम्नसिंह नाम का एक राजा था। उसके पास एक हंस था। राजा उसे मोती चुगाया करता और ...
Read moreस्वर्ग का चाचा
स्वर्ग का चाचा बहुत पहले की बात है। धरती पर दो सालों तक बिलकुल वर्षा नहीं हुई। अकाल पड़ गया। ...
Read moreसेवा का फल
सेवा का फल (निमाड़ नाम कतिपय पुस्तकों में निमाउड़ के रूप में लिखा गया है। कालान्तर में तथा कई अवस्थाओं ...
Read moreपंछी बोला चार पहर
पंछी बोला चार पहर दोस्तों, पुराने समय की बात है। एक राजा था। वह बड़ा समझदार था और हर नई ...
Read moreप्रियतमा के लिये
प्रियतमा के लिये स्वीडन की यह लोक कथा, मूलतः डेनिश प्रेमी जोड़े को लेकर कही गई है! कथा का नायक ...
Read more