राजा भोज और सत्य
राजा भोज और सत्य एक दिन राजा भोज गहरी निद्रा में सोये हुए थे। उन्हें उनके स्वप्न में एक अत्यंत ...
Read moreआखिरी सन्देश
आखिरी सन्देश ऋषिकेश के एक प्रसिद्द महात्मा बहुत वृद्ध हो चले थे और उनका अंत निकट था . एक दिन ...
Read moreबंद मुट्ठी – खुली मुट्ठी
बंद मुट्ठी – खुली मुट्ठी एक आदमी के दो पुत्र थे राम और श्याम। दोनों थे तो सगे भाई पर ...
Read moreगुरु का स्थान
गुरु का स्थान एक राजा था. उसे पढने लिखने का बहुत शौक था. एक बार उसने मंत्री-परिषद् के माध्यम से ...
Read moreहार-जीत का फैसला
हार-जीत का फैसला बहुत समय पहले की बात है। आदि शंकराचार्य और मंडन मिश्र के बीच सोलह दिन तक लगातार ...
Read moreचार आने का हिसाब
चार आने का हिसाब बहुत समय पहले की बात है , चंदनपुर का राजा बड़ा प्रतापी था , दूर-दूर तक ...
Read moreकहाँ छुपी हैं शक्तियां
कहाँ छुपी हैं शक्तियां एक बार देवताओं में चर्चा हो रहो थी, चर्चा का विषय था मनुष्य की हर मनोकामनाओं ...
Read moreद्रौपदी और भीष्मपितामह
द्रौपदी और भीष्मपितामह महाभारत का युद्ध चल रहा था। भीष्मपितामह अर्जुन के बाणों से घायल हो बाणों से ही बनी ...
Read moreगुरु द्रोणाचार्य
गुरु द्रोणाचार्य गुरु द्रोणाचार्य, पाण्डवोँ और कौरवोँ के गुरु थे, उन्हेँ धनुर्विद्या का ज्ञान देते थे। एक दिन एकलव्य जो ...
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