करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान

करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान एकलव्य एक नीची जाति का बालक था। वह अपने माता-पिता के साथ जंगल में ...
Read moreबिल्ली के गले में घंटी

बिल्ली के गले में घंटी एक बहुत बड़े घर में सैकड़ों चूहे रहते थे। वे चारों ओर उछल – कूद ...
Read moreदेखना है ऊँट किस करवट बैठता है

देखना है ऊँट किस करवट बैठता है एक गाँव में सप्ताह में एक बार हाट लगती थी। दाल, सब्जी, अनाज, ...
Read moreतिरिया से राज छिपे न छिपाए

तिरिया से राज छिपे न छिपाए किसी गाँव में एक पति-पत्नी बड़े प्रेम से रहते थे। दोनों को एक-दूसरे पर ...
Read moreविनाश काले विपरीत बुद्धि

विनाश काले विपरीत बुद्धि पाण्डवों के वन जाने के बाद नगर में अनेक अपशकुन हुए। उसके बाद नारदजी वहां आए ...
Read moreजैसा करोगे वैसा भरोगे

जैसा करोगे वैसा भरोगे एक बुढ़िया थी। उसका एक ही बेटा था। वह हमेशा यही सपने देखती थी कि उसके ...
Read moreसेर पर सवा सेर
सेर पर सवा सेर एक बार अपनी समस्याओं पर विचार करने के लिए बहुत सारे खरगोश एक स्थान पर इकट्ठा ...
Read moreजिस की लाठी उस की भैंस

जिस की लाठी उस की भैंस तो कहानी कुछ यों है कि एक ब्राह्मण को कहीं से यजमानी में एक ...
Read moreबुरे का अंत बुरा

बुरे का अंत बुरा किसी जंगल में चार चोर रहते थे। वे चारों मिलकर चोरी करते और जो भी सामान ...
Read moreकानून सबके के लिए बराबर है

कानून सबके के लिए बराबर है शहंशाह बहुत न्यायप्रिय शासक थे। उन्होंने अपने महल के प्रवेशद्वार पर एक घंटा लगवा ...
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