किस्मत कनेक्शन – 3

परी – अब ये क्या है सर?

रोहित – यही ड्रेस तो तुमको वैलेंटाइन नाइट की पार्टी में पहनना है।

परी – ये कुछ ज्यादा ही अजीब नहीं है?

रोहित – इसमें अजीब क्या है?

पर ये ड्रेस इतनी बड़ी है , इसमें मैं खो नहीं जाऊंगी?

रोहित – तो क्या मैं भी चलू ट्रायल रूम में, तुम ड्रेस बदलो मैं तुम्हें खोने से बचाता रहूंगा

परी – छी आप कितने गंदे हो

रोहित – ओके सॉरी बाबा इसे पार्टी गाउन कहते हैं। जाओ पहन कर आओ देखो तो कैसी लग रही हो?

परी रोहित से ड्रेस लेकर चली गई जबकि रोहित की हंसी अब भी नहीं रुकी थी। परी का साथ रोहित को रास आ रहा था। रोहित परी के बारे में ही सोच रहा था तभी वो सामने से पार्टी गाउन पहने आ भी गई। काले रंग में उसका दूधिया रंग चांदनी की तरह चमचमा उठा था। रोहित तो हक्का बक्का सा सिर्फ उसकी खूबसूरती को देखे जा रहा था। जब रोहित काफी देर कुछ भी नहीं बोला तो परी ने डरते हुए पूछा ,

परी – अच्छा नहीं लग रहा ना ?

रोहित – तुम सही बोल रही थी।

परी – मुझे पता था मैंने आपको पहले ही बोला था मैं बदल कर के आती हूं।

रोहित – अरे नहीं मैं तो ये बोलना चाहता हूं कि तुमने सही कहा था कि तुम खो जाओगी। इस ड्रेस को पहनने के बाद तुम सच में परी लग रही हो

परी ने रोहित की बात सुन कर राहत की सांस ली और सामने रखे आदमकद शीशे में खुद को निहारने लगी जबकि रोहित की नजरें परी पर से हट ही नहीं रही थी। शॉपिंग पूरी होने के बाद रोहित परी को फूड कोर्ट ले गया। दोनो ही बहुत खुश थे । एक तरफ रोहित तानिया के अहम को कुचलने वाला था तो दूसरी तरफ परी ने कभी इस जनम में मॉल जाने, इतनी महंगी शॉपिंग और फूड कोर्ट के लाजवाब खाने के बारे में सोचा भी नहीं था। सब कुछ अनपेक्षित था उसके लिए। खैर मॉल से परी को लेकर रोहित उसी लक्मे ब्यूटी सैलून पहुंचें जहाँ उसकी एक पुरानी दोस्त पहले से मौजूद थी।

परी मुह खोले वहां मौजूद क्रीम, पाउडर, शैंपू को देख रही थी क्योंकि उन सब का दाम परी की सोच से भी ऊपर था। 10 मिनट बाद एक लड़की परी को अपने साथ एक केबिन में ले गई।

पहले तो परी जा ही नहीं रही थी। रोहित के बहुत कहने पर गई भी तो अंदर का नजारा देख उसकी आँखे खौफ से चौडी हो गई।

परी – यहां क्यों लाए हो आप लोग मुझे

ब्यूटीशियन – मैम आप का टोटल मेक ओवर होना है।

परी – मुझे कुछ भी नहीं करवाना, मुझे जाने दो

ब्यूटीशियन – कुछ नहीं होगा आप बिल्कुल मत डरिए।

उसके बाद ब्यूटीशियन परी का वैक्सिंग करने लग गई। दो घंटे तक परी रोती रही। परी को उम्मीद थी कि अब वो लड़की परी को बाहर ले जाएगी लेकिन परी को अब अपने ऊपर गुस्सा आ रहा था क्यूँकि उसपर अलग-अलग तरह के ब्यूटी ट्रीटमेंट हो रहे थे जो खत्म होने का नाम नहीं ले रहे थे । लास्ट में उस लड़की ने परी को चेयर पर बिठाया और उसके आधे से ज्यादा बाल काट दिए। अब तो परी के गुस्से की इम्तिहा नहीं थी। वो इतनी जोर से ब्यूटीशियन पर चिल्लाने लगी कि रोहित को अंदर आना पड़ा।

रोहित- क्या हुआ परी?

परी – इसने मेरे सारे बाल काट दिए मुझे टकली कर दिया मैं अब वापस कैसे जाऊंगी ।

रोहित – अरे उस पर मत चिल्लाओ मैंने ही तुमको सचमुच की परी बनाने के लिए बोला था।

परी – टकली परी?

रोहित – नहीं टकली नहीं किया उसने थोड़े ही बाल तो काटे हैं। प्लीज मेरे लिए शांत रहो।

रोहित की बात सुन परी चुप हो गई पर उसका चेहरा उतर गया था क्योंकि उसे चिंता थी कि अनाथालय में सभी उसका मजाक उडाएगे। परी को बहुत रोना आ रहा था तो वो अपना फेस वॉश करने वॉशरूम चली गई और जब आई तो उसकी ब्यूटीशियन अपनी फ्रेंड ब्यूटीशियन से बोल रही थी।

ब्यूटीशियन – ये रोहित सर को भी क्या सूझी अपनी इस जाहिल कामवाली का मेक ओवर करवाने यहां लेकर आ गए। पूरे 25 हज़ार का ब्यूटी पैकेज लिया है उन्होंने इस गवार के लिए। मुझे तो इसे छूने में भी घिन आ रही थी। कितनी गंदी है वह, यार लगता है कभी ब्यूटी पार्लर भी नहीं गई। ईईईआअक्कक्क।

परी स्तब्ध रह गई उसकी बात सुन कर। एक तो रोहित का इतना ज्यादा खर्चा करना दूसरा ब्यूटीशियन का परी के बारे में इतना गंदा बोलना। परी को सिर्फ इतना समझ आया कि शायद रोहित ने ही परी को अपनी कामवाली बोल कर इंट्रोड्यूस कराया होगा। परी बिल्कुल खामोश हो गई। सारे ब्यूटी ट्रीटमेंट के बाद परी सच में परी लग गई थी। सभी हैरान थे परी की सुंदरता देख कर लेकिन परी अब सिर्फ यंत्र चलित सी अपनी ड्यूटी समझ कर रोहित के निर्देश को फॉलो कर रही थी। ब्यूटी ट्रीटमेंट के बाद 3 घंटे पर्सनालिटी डेवलेपमेंट भी किया गया जो परी का कल भी होना था। सब किया परी ने पर मुस्कुराई एक भी बार नहीं।

रोहित के फ्लैट पहुंच कर परी ने अपने पुराने कपडे जो सुबह परी धोकर और सिल कर गई थी पहन लिए। रोहित को बहुत ताज्जुब हुआ उसे ऐसे देख कर लेकिन वो कुछ बोला नहीं और परी का हाथ पकड़ कर छत पर ले गया।