दशरथ की अन्त्येष्टि
दशरथ की अन्त्येष्टि दूसरे दिन प्रातःकाल गुरु वसिष्ठ ने शोकाकुल भरत को धैर्य बंधाते हुये महाराज दशरथ की अन्त्येष्टि करने …
दशरथ की अन्त्येष्टि दूसरे दिन प्रातःकाल गुरु वसिष्ठ ने शोकाकुल भरत को धैर्य बंधाते हुये महाराज दशरथ की अन्त्येष्टि करने …
भरत-शत्रुघ्न की वापसी गत रात्रि के स्वप्न और इस प्रकार दूतों के आगमन ने भरत के मन में उठने वाले …
राजा दशरथ की मृत्यु श्रवण कुमार के वृत्तान्त को समाप्त करने के पश्चात् राजा दशरथ ने कहा, कौशल्ये! मेरा अन्तिम …
श्रवणकुमार की कथा महाराज दशरथ ने कहा, कौशल्ये! यह मेरे विवाह से पूर्व की घटना है। एक दिन सन्ध्या के …
सुमन्त का अयोध्या लौटना राम से विदा लेकर सुमन्त पहुँचे। उनहोंने देखा कि पूरे अयोध्या में शोक और उदासी व्याप्त …
चित्रकूट में रात्रि व्यतीत हो गई। प्रातः होने पर अम्बर में उषा की लाली फैलने लगी और आकाश रक्तिम दृष्टिगत …
चित्रकूट की यात्रा दूसरे दिन प्रातःकाल सन्ध्या-उपासनादि से निवृत होकर राम, लक्ष्मण और सीता ने चित्रकूट के लिये प्रस्थान किया। …
ऋषि भरद्वाज के आश्रम में जब निषादराज गुह के वापस गंगा के उस पार चले गए तब राम ने लक्ष्मण …
गंगा पार करना ब्राह्म-बेला में राम ने शैया का परित्याग कर दिया और लक्ष्मण से कहा, तात! भगवती रात्रि व्यतीत …
भीलराज गुह गंगा के इस प्रदेश पर भीलों का अधिकार था और उनके राजा का नाम गुह था। एक लोकप्रिय …