उधार का बोझ

उधार का बोझ

उधार का बोझ एक बार किसी वित्तीय समस्या में फ़ँसकर तेनाली राम ने राजा कॄष्णदेव राय से कुछ रुपए उधार …

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अपराधी

अपराधी

अपराधी एक दिन राजा कॄष्णदेव राय व उनके दरबारी, दरबार में बैठे थे। तेनाली राम भी वहीं थे । अचानक …

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अपमान का बदला

अपमान का बदला

अपमान का बदला तेनालीराम ने सुना था कि राजा कृष्णदेव राय बुद्धिमानों व गुणवानों का बड़ा आदर करते हैं। उसने …

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अन्तिम इच्छा

अन्तिम इच्छा

अन्तिम इच्छा समय के साथ-साथ राजा कॄष्णदेव राय की माता बहुत वॄद्ध हो गई थीं। एक बार वह बहुत बीमार …

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