चित्रकूट में
चित्रकूट में रात्रि व्यतीत हो गई। प्रातः होने पर अम्बर में उषा की लाली फैलने लगी और आकाश रक्तिम दृष्टिगत …
चित्रकूट में रात्रि व्यतीत हो गई। प्रातः होने पर अम्बर में उषा की लाली फैलने लगी और आकाश रक्तिम दृष्टिगत …
चित्रकूट की यात्रा दूसरे दिन प्रातःकाल सन्ध्या-उपासनादि से निवृत होकर राम, लक्ष्मण और सीता ने चित्रकूट के लिये प्रस्थान किया। …
ऋषि भरद्वाज के आश्रम में जब निषादराज गुह के वापस गंगा के उस पार चले गए तब राम ने लक्ष्मण …
गंगा पार करना ब्राह्म-बेला में राम ने शैया का परित्याग कर दिया और लक्ष्मण से कहा, तात! भगवती रात्रि व्यतीत …
भीलराज गुह गंगा के इस प्रदेश पर भीलों का अधिकार था और उनके राजा का नाम गुह था। एक लोकप्रिय …
वन की यात्रा तमसा नदी को पार करने के पश्चात् रथ तीव्र गति से बढ़ने लगा। द्रुत गति से दौड़ता …
तमसा के तट पर जब राम ने देखा कि प्रजाजन रथ के पीछे दौड़ते ही आ रहे हैं तो उन्होंने …
वन के लिये प्रस्थान जैसे कि महाराज ने आज्ञा दी थी, सुमन्त रथ ले आये। राम, सीता और लक्ष्मण ने …
पिता के अन्तिम दर्शन सुमन्त राजा दशरथ के कक्ष में पहुँचे। उन्होंने देखा कि महाराज पुत्र-वियोग की आशंका से …
वनगमन पूर्व राम के द्वारा दान बड़े भाई राम की आज्ञानुसार लक्ष्मण गुरु वशिष्ठ के पुत्र सुयज्ञ को अपने साथ …