हर इंसान की एक अलग अहमियत होती है

हर इंसान की एक अलग अहमियत होती है

दुनिया में हर इंसान की एक अलग अहमियत होती है। हर इंसान का दुनिया में एक महत्वपूर्ण रोल है। कोई इंसान छोटा या बड़ा नहीं होता, बस हमारा मन छोटा या बड़ा होता है।

मैं गुड़गॉव में एक सॉफ्टवेयर कंपनी में काम करता हूँ। हमारे ऑफिस में एक से बढ़कर एक इंजिनियर हैं। ऑफिस में एक चपरासी भी है जिसे हम T -Boy भी कहते हैं। वो छोटी सी सैलरी में अपने परिवार का गुजारा करता है, देखने में साधारण दिखने वाला वो व्यक्ति यूँ तो केवल एक चपरासी ही है लेकिन कंपनी में उसकी अहमियत इंजीनियरों से भी ऊपर है।

अभी कल की ही बात है- ऑफिस में पूरा स्टाफ मौजूद था लेकिन कल शैलेन्द्र(T -Boy) नहीं आया था। एक इंसान जो कि मात्र एक चपरासी था उसके ना होने से पूरे ऑफिस को बहुत ज्यादा परेशानी हुई। सुबह चाय पीने को नहीं मिली, टेबल पर पानी की बोतल नहीं थी, दोपहर का खाना भी कोई नहीं लाया। उसकी सैलरी बेशक कम है लेकिन उसका रोल हमसे ज्यादा बड़ा है।

दोस्तों किसी की सैलरी या पैसे से उसको छोटा या बड़ा मत आंकिए हर इंसान की अपने आप में एक अलग वैल्यू होती है। कुछ लोग मजदूर, रिक्शावाला आदि ऐसे लोगों को छोटा मानते हैं उनसे बात भी करना पसंद नहीं करते। लेकिन सोचिये अगर ये मजदूर ना हों तो घर कौन बनाएगा? क्या आप करोड़पति होकर भी अपनी पीठ पर ईंटें लादेंगे? या फिर ये रिक्शावाला ना हों तो सड़क पर चलने में कितनी दिक्कत होगी जरा सोचिये।

भगवान ने इस दुनिया को बहुत सोच समझ कर बनाया है और बहुत संतुलित ढंग से बनाया है। हर इंसान जरुरी है, सबकी अपनी एक अलग कीमत है। किसी इंसान को छोटा या बड़ा मत समझिए। लोग ताजमहल देखकर बहुत खुश होते हैं लेकिन उसकी नींव में जमीं ईंटों को किसी ने नहीं देखा जिनपर पूरा ताजमहल टिका है। अंत में मैं बस इतना ही कहूँगा सबसे प्यार करिये हर इंसान महत्वपूर्ण है।