किस्मत कनेक्शन – 1

रोहित और तानिया करीब दो सालों से एक दूसरे को डेट कर रहे हैं। एक ही कॉलेज से पढ़े थे और एक साथ ही जॉब कर रहे थे। एक दूसरे को पसंद भी करते पर इस रिश्ते में भरोसे, सबर , परवा और प्यार की काफी कमी लगती थी। वैलेंटाइन डे के 3 दिन पहले दोनो की जोरदार लड़ाई हो गई। यूं तो दोनों की लड़ाई पहली बार नहीं हुई थी। दोनो का कहीं भी लडते रहना आम बात थी पर मामला इस बार काफी गंभीर हो गया था।

हुआ ये कि ऑफिस से निकल कर डिनर करने गए दोंनो वही पर बातों बातों में बात इतनी बढ़ गई कि दोनो ने एक दूसरे को खूब खरी खोटी सुना दी। तान्या ने फुल एटीट्यूड में रोहित के दोस्तों को उन दोनों के बीच कवाब में हड्डी, पंटर और बहुत कुछ बोल दिया। यही नहीं वो ये भी बोल बैठी कि तुम मुझसे ज्यादा मेरी फ्रेंड्स के साथ फ्लर्ट करते हो। रोहित को सारी बातें जहर की तरह असर कर गई। वो कैसे पीछे रहता तो उसने भी तानिया को मेकअप वाली मॉडर्न मुर्गी बोल दिया। ये भी बोला कि तानिया के वजन से ज्यादा तो उसके नखरे हैं जो उससे बर्दास्त नहीं हो रहे हैं।

दोनो ने वही रेस्टोरेंट में ही एक दूसरे पर भर भर के कीचड़ उछाला । फाइनली तानिया ने गुस्से में रोहित को चैलेंज कर दिया कि उसके सिवा कोई रोहित के साथ एक दिन भी नहीं रह सकता और तो और उसके सिवा कोई नहीं है जो रोहित के साथ ऑफिस की वैलेंटाइन नाइट की पार्टी में जाए।

रोहित को भी बहुत गुस्सा आ गया। वैसे तानिया का अपमान करने में रोहित ने भी कोई कमी नहीं छोड़ी थी। उसने भी तानिया के चैलेंज को गंभीरता से लिया और उसी गुस्से में वो आराम से बाहर निकला आया। ना तानिया ने रोका और ना ही रोहित ने उसे पलट कर देखा। रोहित के जाने के बाद तानिया ने रोना शुरू कर दिया और अपने दोस्तों को कॉल लगा कर बुला लिया।

रोहित ने दिल ही दिल में फैसला कर लिया तानिया से अलग होने का। तान्या की कड़वी बातें अब भी उसके कान में गूंज रही थी। उसी गुस्से में वो तेज गाड़ी चला कर घर आ रहा था कि उसे सिग्नल पर काफी भीड़ दिखी। जब उसने उतर कर देखा तो लोग एक लड़की को घेर कर खड़े हुए थे। लड़की का एक्सीडेंट हो गया था और टक्कर मारने वाला उसे लहू लुहान छोड़ कर भाग गया था। लड़की दिखने में काफी गरीब लग रही थी। उसने पुराने और मैले कपड़े पहन रखे थे पर वो भिखारी नहीं लग रही थी। वो लगातार अपना सर पकड़ कर सिसक रही थी पर कोई उसकी मदद को आगे नहीं बढ़ रहा था।

रोहित ने वहां खड़ी भीड़ को दूर किया। सभी को खूब खरी खोटी सुनायी और उस लड़की को अपनी गाड़ी में बिठा कर हॉस्पिटल ले गया। लड़की के सर से काफी खून बह रहा था। रोहित ने उसका काफी अच्छे से इलाज करवाया जिस वजह से काफी लेट हो गया। डॉ ने जब क्लीन चिट दे दी तो रोहित ने उस लड़की से उसके घर का पता पूंछा। लड़की ने डरते डरते एक अनाथालय का पता दिया। रोहित ने बिना देर किए उस लड़की के लिए जूस और दवाइयां खरीदी और उसे लेकर चल दिया। लड़की को देख कर ही पता चल रहा था कि वो काफी गरीब थी पर अनाथ भी थी इस बात से रोहित किसी गंभीर सोच में पड़ गया।

जब अनाथालय पहुंचे तो वहां का मंजर ही दूसरा था। अनाथालय का गेट बंद हो चुका था और रात 10 बजे के बाद नहीं खुलता था चाहे कोई भी बाहर छूट गया हो। रोहित ने हंगामा करना ठीक नहीं समझा क्योंकि उससे उस लड़की की ही बदनामी होती । लड़की वापस लौटने लगी तो रोहित उसे सीधे अपने अपार्टमेंट ले आया । पहले तो लड़की ने कार से उतरने से ही इनकार कर दिया पर रोहित के डांट लगाने पर वो उसके पीछे पीछे फ्लैट में आ गई। लड़की सभी चीज़ों को काफी चौक कर देख रही थी जैसे पहली बार देख रही हो।

रोहित का मूड पहले ही खराब था और अब घर में इस लड़की की मौजूदगी की वजह से वो ड्रिंक भी नहीं कर सकता था खैर वो लड़की काफी मैले कपड़े पहने हुए थी तो रोहित ने अपने कपड़े दिए क्योंकि वो फ्लैट में अकेला रहता था। रोहित ने कपड़े देकर उसे नहाने को बोला और ये भी कहा कि कुछ खाना हो तो बना लो। रोहित सोने चला गया।

लड़की पहले तो रोहित के घर ही नहीं आना चाहती थी लेकिन ऐसी मजबूरी उसके सामने पहली बार आई थी ऊपर से रोहित का रूखा और गुस्से वाला व्यवहार उसे डरा रहा था। लड़की काफी देर तक वही हॉल के कोने में बैठ कर रोती रही उसके बाद हमने रोहित के दिए हुए कपड़ों को नहा कर पहन लिया। नहाते ही उसे भूख लग गई। जब वो किचन में गई तो कुछ भी समझ नहीं आ रहा था कि कहां क्या रखा है। एक रैक खोला तो उसमें रखे कुछ कप फ़र्श पर गिर कर टूट गए । एक बार फिर उसके चेहरे पर खौफ छा गया और गालों पर आंसुओं की बाढ़ आ गई।

शोर सुन कर रोहित भी भाग कर वहां आ गया। कोने में बैठ कर वो लड़की रो रही थी।

“ओह गॉड क्या हुआ ?? तुमको चोट तो नहीं लगी?” उसकी तरफ बढ़ते हुए रोहित बोला।

“प्लीज सर मुझे माफ कर दीजिए, मैंने आप के कप फोड दिए” लड़की का सिसकन बदस्तूर जारी था।

“ओ नो यार मेरी गलती है मुझे बताना चाहिए था कि कहां पर क्या है, चलो बोलो क्या खाओगी, मैं बना देता हूं तुम्हारे लिए?”

“आप प्लीज मुझे सिर्फ सामान दे दीजिए मैं बना लूंगी ।”

रोहित ने सामान दिया और लड़की ने 25 मिनट में कॉफी और आलू परांठा तैयार कर दिया। लड़की खाना लेकर हाल में आ गई। रोहित को पहले तो भूख नहीं थी पर परांठों की खुश्बू ने उसकी भूख जगा दी। उसने खाना खाते हुए इतने देर के बाद अब लड़की को गौर से देखा था।

नहाने और साफ कपड़े पहनने के बाद पता चल रहा था कि खूबसूरती में वो किसी से भी कम नहीं थी और रोहित के कपड़े में बहुत क्यूट लग रही थी। रोहित के दिमाग में तान्या को जलाने का एक आइडिया आ गया था पर मुख्य परेशानी इस लड़की को तैयार करना था।